Saturday, May 9, 2020

वो कौन थी।

वो कौन थी??
(2017 की वो रहस्यमय घटना)

रात के लगभग डेढ़ बजे द्वारका की सुनसान सड़कों पर मेरी गाड़ी सौ से ऊपर की गति से घर की तरफ दौड़ रही थी। गाड़ी खुद ही ड्राइव कर रहा था। रात की ड्राइविंग मुझे बिल्कुल पसंद नहीं  पर आज मेदांता अस्पताल गुड़गांव में भर्ती अपने एक दोस्त से मिलने गया था। आज का पूरा दिन  ही बेहद  थकान भरा था। सुबह 10 बजे से शाम 6:00 बजे तक ड्यूटी पर ढेर सारे मरीज देखकर कर 40 किलोमीटर दूर स्थित मेदांता अस्पताल जाना और वहां से वापिस आने में बेहद थकान भी हो गयी थी और नींद भी आ रही थी। गाड़ी स्पीड से सेक्टर 9 द्वारका मेट्रो स्टेशन के पास से निकल रही थी थोड़ा रास्ते का कन्फ्यूजन हुआ लगता था।  रेड लाइट से थोड़ा सा पहले ही उस बड़े से पेड़ के नीचे से निकलते हुए मुझे गाड़ी में एक अजीब सा अहसास हुआ और ऐसा लगा कि एक साया तेजी से गाड़ी की तरफ लपका और उसी के साथ एक अजीब सी मदहोश कर देने वाली खुशबू गाड़ी के अंदर भर गई। गाड़ी की पिछली सीट से डॉली मेरी धर्मपत्नी जी की तेज आवाज आई कि गाड़ी धीरे चलाओ इतना तेज क्यों चला रहे हो।  मैंने गाड़ी की रफ्तार थोड़ी कम की और रेड लाइट क्रॉस करने लगा। आंखे बोझिल होने के बावजूद न जाने किस ताकत के वशीभूत होकर मैंने अपनी पूरी ताकत के साथ गाड़ी में ब्रेक लगाए, मगर उसके बावजूद पोचनपुर गांव की तरफ से आने वाला वह ट्रक मेरी गाड़ी के अगले बम्पर को बुरी तरह से डैमेज करता हुआ निकल गया। मेरी नींद एकदम से गायब हो गई और संभावित भीषण एक्सीडेंट की सोच कर शरीर कंपकंपा गया। इतनी भी हिम्मत नहीं हुई कि उतर कर देखता कि गाड़ी को कितना नुकसान हुआ है। धीरे-धीरे गाड़ी चलाते हुए लगभग 10 मिनट बाद घर पहुंचा। दिमाग एकदम शून्यता की स्थिति में था। गाड़ी पार्क की और लिफ्ट से छठी मंजिल पर स्थित अपने घर पर पहुंचकर मैंने घंटी बजाई। दरवाजा खुला तो सामने ही धर्म पत्नी जी थोड़ा गुस्से में खड़ी थी और बोली इतनी देर आज आपने कहां लगा दी। और मैं अवाक और भौंचक्का खड़ा हुआ उनके चेहरे की तरफ देख रहा था। 
फिर गाड़ी की पिछली सीट से वो आवाज किसकी थी??
शरीर की ताकत खत्म हो चुकी थी। किसी तरह घिसटता हुआ ही बिस्तर तक पहुंचा और गिर पड़ा और सिर्फ ये सुनाई दिया कि क्या हुआ आपको, तबियत तो ठीक है न। मैं गिरते ही गहरी नींद में चला गया।
©डॉ अमित त्यागी
(2017 की मेरे साथ घटित सच्ची घटना पर आधारित)

2 comments:

  1. अच्छे लोगो के साथ ईश्वर कभी बुरा नही होने देता ,,कोई ईश्वर का ही रूप हो

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